What Is SWIFT Payment System:- आज के डिजिटल जमाने में सभी प्रकार की भुगतान को करने के लिए कोई भी देश डिजिटल प्लेटफॉर्म का सहारा लेता है। यदि किसी देश को किसी भी प्रकार के भुगतान करने होते हैं तो वह स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम का उपयोग करता है। इस लेख को पढ़ने वाले कई ऐसे लोग होंगे जो यह सोच रहे होंगे कि स्विफ्ट एक बैंक है, और इस बैंक के जरिए सभी को पेमेंट या लोन दिया जाता है।
हम आपको बता दें कि स्विफ्ट (SWIFT) कोई भी बैंक नहीं होता, बल्कि यह दो देशों के बीच में भुगतान करने का एक जरिया होता है। आज के इस लेख में हम आपको स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम के विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी देंगे। साथ ही साथ इस लेख के माध्यम से आप यह भी जानेंगे कि अगर किसी देश पर स्विफ्ट बैन लगा दिया जाए तो उस देश का क्या होगा। अंतर्राष्ट्रीय खबरों में सबसे प्रचलित है खबर स्विस बैंक या स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम (SWIFT Payment System) की जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे द्वारा लिखे गए इसलिए को पूरा पढ़ें। आइए शुरू करते हैं और जानने की कोशिश करते हैं कि स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम क्या होता है।
What is SWIFT Payment System?
- स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम (SWIFT Payment System) जिसका पूरा नाम सोसायटी फॉर वर्ल्ड वाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशन (Society for Worldwide Interbank Financial Telecommunication) है।
- विश्व में स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम (SWIFT Payment System)की स्थापना सन 1973 में विश्व में उपस्थित टेलेक्स को बदलने के लिए की गई थी। अब मौजूदा समय में विश्व के लगभग 11000 से भी अधिक वित्तीय संस्थानों के द्वारा इस पेमेंट सिस्टम का उपयोग किया जा रहा है।
- स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम के द्वारा वित्तीय संस्थानों के द्वारा सुरक्षित संदेश और भुगतान करने के मैसेज भेजे जाते हैं। विश्व स्तर पर इससे पहले किसी भी प्रकार की प्रणाली उपस्थित नहीं थी जिससे दो देशों के मध्य किसी भी वित्तीय भुगतान को किया जा सके। इस पेमेंट सिस्टम के आ जाने से स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम अब वैश्विक वित्त के लिए एक आवश्यक पाइपलाइन हो गई है।
- सरल भाषा में कहा जाए तो दो देशों के मध्य किसी भी प्रकार के भुगतान का संदेश देना हो या भुगतान प्राप्त करने के संदर्भ में संदेश प्राप्त करना हो तो स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम (SWIFT Payment System) एक टेलीकम्युनिकेशन की तरह कार्य करता है। वर्तमान समय में दो देशों के मध्य किसी भी प्रकार की भुगतान के लिए अब यह प्रणाली बेहद आवश्यक हो गई है।
जैसा कि हमने आपको बताया कि 2 देशों के मध्य वित्तीय समझौते या किसी भी प्रकार के लेनदेन के लिए स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम बेहद उपयोगी माध्यम माना जाता है। अब अगर किसी कारण के वजह से स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम किसी देश में बैन कर दिया जाए तो उस देश पर क्या प्रभाव पड़ेगा। यह प्रश्न अवश्य ही अनेकों पाठकों के मस्तिष्क में उठ रहा होगा। आइए जानते हैं कि क्या होगा अगर किसी देश पर स्विफ्ट बैन कर दिया जाए तो।
क्या हो अगर किसी देश पर Swift Ban लगा दिया जाए?
किसी भी देश में स्विफ्ट बैन कर दिया जाए तो उस पर बेहद ही बुरा प्रभाव पड़ेगा। उस देश के आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाएगी और धीरे-धीरे करके वह देश पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा। इस बहन के विषय में विस्तार से जानकारी के लिए आप के सामने हम एक उदाहरण पेश कर रहे हैं जिसने वर्ष 2012 में स्विफ्ट बैन से गुजरा है।
वर्ष 2012 में यूरोपीय संघ देशों के द्वारा यूरोपीय देश के परमाणु कार्यक्रम को लेकर मंजूरी दिए जाने के बाद स्विफ्ट ने ईरान के बैंकों को अपने स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम से निष्कासित कर दिया था। जिसके पश्चात ईरान देश ने अपने तेल निर्यात से होने वाले फायदे का लगभग आधा भाग और वियोग के बाद विदेशों में होने वाले व्यापार का 30% भाग खो दिया था।
उदाहरण के द्वारा आप अब तक समझ गए होंगे कि यदि किसी देश पर SWIFT Payment System का बेन होता है तो उस देश को आर्थिक तंगी तथा आर्थिक अर्थव्यवस्था पर भारी नुकसान झेलना होता है।
एक बार पुनः आखिर क्यों स्विफ्ट बैंक तथा स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम के चर्चा विश्व में जोरों शोरों से हो रही है? इसका एक प्रमुख कारण यूरोप के देश रूस और यूक्रेन के मध्य हुए तनाव को देखते हुए हुआ है। विश्व के कुछ देशों के द्वारा, रूस के साथ वैश्विक संबंध स्थापित करने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। इन देशों का कहना है कि रूस और अन्य देशों के मध्य होने वाले लेन देन को स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम में बैन कर दिया जाए। जिसका असर यह होगा कि रूस अपनी आर्थिक स्थिति को पुनः ठीक नहीं कर पाएगा और धीरे-धीरे करके बर्बाद हो जाएगा।
Can SWIFT Ban on Russia is possible?
रूस में स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम को बैन करने की जोर-शोर से उठ रही बातों में कितनी सच्चाई है और क्या रूस में स्विफ्ट बैन (SWIFT Ban) हो सकता है? इस प्रश्न के उत्तर को जानने के लिए आप हमारे लिखें के इस हिस्से को पूरा जरूर पढ़ें।
यूरोपीय देशों में सबसे शक्तिशाली देश रूस ने पिछले कुछ दिनों से यूक्रेन के साथ तनाव बना कर रखा हुआ है। जिसका असर यह देखा गया कि रूस ने यूक्रेन के दो भागों को अलग करके एक नया देश बना रहा है। इसे कृत्य को देखते हुए विश्व के कुछ देश जैसे अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान, इंग्लैंड जैसे देशों ने इनका विरोध किया और कहा कि रूस के साथ किसी भी प्रकार के आयात व निर्यात की प्रक्रिया को स्थगित करवा दिया जाए और साथ ही साथ रूस को स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम से अलग कर दिया जाए।
लेकिन रूस यूरोप का एक सबसे शक्तिशाली देश है और मौजूदा समय में रूस के पास सुपर सोनिक परमाणु बम से बनी मिसाइलें भी उपस्थित है।जिसको देखते हुए अनेक देशों ने रूस पर स्विफ्ट बैन(SWIFT Ban) को करने या ना करने के विषय में किसी भी प्रकार की राय नहीं दी है। संभवत बहुत से देशों ने रूस पर स्विफ्ट बैंन के विषय में किसी भी प्रकार की विचार प्रकट ना करके रूस पर लगने वाले स्विफ्ट बैन(SWIFT Ban)को रोक कर रखा है। आशंका यही जताई जा रही है कि रूस पर किसी भी प्रकार के भुगतान करने के लिए स्विफ्ट बैंड नहीं किया जाना चाहिए।
मौजूदा समय में स्विफ्ट एक यूरोपीय कंपनी है और इस कंपनी में यूरोप के कई देशों ने भाग लिया है जो एक संघ है। स्विफ्ट बैन (SWIFT Ban)के लिए अभी तक केवल संयुक्त राष्ट्र अमेरिका और ग्रेट ब्रिटेन ने अधिक जोड़ दिया है और स्विफ्ट कंपनी ने कहां है कि अमेरिका और ब्रिटेन के द्वारा लिए गए निर्णय रूस में स्विफ्ट बैन (SWIFT Ban)के लिए पर्याप्त नहीं है। इसलिए संभव यह है कि रूस देश में स्विफ्ट बैन नहीं होगा।
क्या भारत भी स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम से जुड़ा हुआ है?
विश्व के अनेकों ऐसे देश हैं जो विकसित तथा विकासशील स्थिति में है वे सभी एक दूसरे से आर्थिक लेन-देन के लिए स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम का उपयोग करते हैं।भारत देश में अनेकों सामानों के आया तथा निर्यात के लिए अलग-अलग देशों के मध्य लेनदेन को सरल बनाने के लिए स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम का उपयोग करती है।
एक सरल उदाहरण की बात की जाए तो जब हम किसी भी दूसरे देश से (जहां पर अपने देश की करेंसी मान्य नहीं है) से किसी भी वस्तु को खरीदते हैं तो ऑनलाइन पेमेंट का भुगतान करने के लिए स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम करेंसी के अनुसार आपके पैसे को उस देश के करेंसी में बदल कर देता है। जिसके द्वारा आप सरलता से अन्य देशों की वस्तुओं को अपने देशों में मंगवा सकते हैं।
भारत भी इसी प्रक्रियाओं को करके अलग-अलग देशों से तेलों का आयात करना तथा अन्य आवश्यक वस्तुओं का आयात करके स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम के अनुसार भुगतान करता है।
स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम(SWIFT Payment System):- स्विफ्ट कोड
अगर आप स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम में उपयोग किए जाने वाले स्विफ्ट कोड के बारे में नहीं जानते तो हम आपको बता दें कि जब हम अपने देश के किसी राज्य या किसी अन्य बैंक के साथ पैसे का लेनदेन करते हैं तो आई एफ एस सी कोड का उपयोग करते हैं। यह कोड अलग-अलग बैंकों के लिए उनके ब्रांच के अनुसार अलग-अलग होते हैं। ठीक इसी प्रकार से विश्व के अलग-अलग बैंकों के ब्रांच से सीधे संपर्क बनाने के लिए स्विफ्ट कोड का उपयोग किया जाता है। हमारे देश के कुछ प्रमुख बैंक जैसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) , बैंक ऑफ महाराष्ट्र (BOM), बैंक ऑफ इंडिया (BOI), बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB), सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (CBI), आईसीआईसीआई (ICICI) बैंक लिमिटेड आदि के स्विफ्ट कोड निम्न है।
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) :- SBININBBXXX
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र (BOM):- MAHBINBBXXX
- बैंक ऑफ इंडिया (BOI) :- BKIDINBBXXX
- बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) :- BARBINBBXXX
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (CBI):-CBININBBXXX
- आईसीआईसीआई (ICICI) बैंक लिमिटेड :- ICICINBBXXX
नोट:-बैंकों के ब्रांच के अनुसार अंतिम के तीन अंक भिन्न-भिन्न होते हैं।
अगर आपका उपरोक्त बैंक में खाता है और आप फॉरेन कंट्री से किसी भी प्रकार के लेनदेन करना चाहते हैं तो स्विफ्ट कोड का उपयोग करके आसानी से लेन देन तथा वस्तु के मूल्य का भुगतान कर सकते हैं।
आज के लेख में हमने आपको स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम तथा स्विफ्ट कोड के विषय में जानकारी दें।साथ ही साथ आपको यह भी जानकारी दी कि यदि किसी भी देश के स्विफ्ट पेमेंट सिस्टम को बैन कर दिया जाए तो उस देश पर क्या प्रभाव पड़ेगा। इसी प्रकार की राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर के जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारे साथ बने रहे।